




अगली कड़ी में जन सुनवाई में कुल 57 मामलों की सुनवाई की गई, जिनमें से 6 मामलों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। शेष मामलों पर संबंधित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे गंभीरता से कार्रवाई करें एवं शीघ्र समाधान सुनिश्चित करें।
जन सुनवाई में प्रमुख मामलों में –
रूपरानी सिंह द्वारा पति आर.बी. सिंह पर घरेलू हिंसा की शिकायत पर एसएचओ रावतपुर को एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया गया।
सलोनी, पुत्री गिरिजा शंकर, द्वारा दहेज प्रताड़ना की शिकायत पर महिला थाना को दोनों पक्षों की उपस्थिति में समाधान कराने के आदेश दिए गए।
रंजना कटियार की शिकायत पर एसएचओ कल्याणपुर को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।
काजल चौरसिया द्वारा पति सोनू चौरसिया पर दहेज मांग कर घर से निकालने के आरोप पर महिला थाना को हस्तक्षेप हेतु निर्देश दिए गए।
महामाया बाजपेयी के पारिवारिक उत्पीड़न प्रकरण में एसएचओ सीसामऊ को वैधानिक कार्यवाही करने को कहा गया।
विमला देवी द्वारा बहू सीमा की प्रताड़ना की शिकायत पर डीपीओ कानपुर नगर को प्रकरण हसनगंज तहसील प्रेषित करने के आदेश दिए गए।
कार्यक्रम में महिलाओं को जागरूक करते हुए बताया गया कि किसी भी आपात स्थिति में 112, 1090, और 181 जैसे हेल्पलाइन नंबरों पर तत्काल संपर्क कर सहायता प्राप्त की जा सकती है।
जन सुनवाई में अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) श्री चंद्रशेखर, एडीसीपी महिला अपराध श्रीमती अमिता सिंह, महिला थानाध्यक्ष कमर सुल्तान, डीपीओ जयदीप सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी दुर्गेश सिंह, एवं जिला समाज कल्याण अधिकारी शिल्पी सिंह सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
कानपुर।भाजपा नेत्री किरण सिंह लोधी(निषाद )नद्वारा यू पी राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ.बबीता सिंह चौहान का प्रतीक चिन्ह व पटका पहनाकर स्वागत किया गया।
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान की अध्यक्षता में, तथा आयोग की सदस्याएँ श्रीमती अनीता गुप्ता और श्रीमती पूनम कपूर की उपस्थिति में सर्किट हाउस कानपुर में महिला जन सुनवाई का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं से जुड़े उत्पीड़न, घरेलू हिंसा और दहेज प्रताड़ना जैसे मामलों का त्वरित और न्यायसंगत समाधान सुनिश्चित करना था। तत्पश्चात अंगवस्त्र द्वारा स्वागत किया गया।
जन सुनवाई के पश्चात, डॉ. बबीता सिंह चौहान ने हैलेट मेडिकल कॉलेज, राजकीय बालगृह (बालिका) स्वरूप नगर, एवं जिला कारागार का निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी महिला को असुविधा न हो, साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए, और गर्मी को देखते हुए पीने के पानी की समुचित व्यवस्था की गई।