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निषाद जी की पुण्यतिथि पर याद कर दी श्रद्धांजलि
अयोध्या । पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार स्व. सीताराम निषाद निषादों सहित पिछड़ों के उत्थान के निमित अपना पूरा का पूरा जीवन समर्पित कर दिया आज उनको लोगबाग मसीहा के रूप में याद करते है अयोध्या से राजू निषाद अवधी जी कलमकार बताते हैं कि बीकापुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे सीताराम निषाद पूर्व मंत्री 13 दिसंबर को पुण्यतिथि के अवसर पर उनके समाज के लोगों ने उन्हें याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके जीवन परिचय कराते चर्चा की।कि फैजाबाद जिले की तहसील बीकापुर के तारुन विकासखंड के ग्राम पंचायत केशरूवा बुजुर्ग गांव में भिखारी निषाद के घर 1940 में जन्में सीताराम निषाद एक मध्य वर्गीय मजदूर परिवार में हुआ था । किसी तरह अपनी पढ़ाई करके आगे के लिए फैजाबाद कचहरी में वकालत शुरू की इस दौर में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के किसानों मजदूरों सामंतवाद से पीड़ित लोगों की आवाज को उठा रहेथे।राजबली यादव पूर्व विधायक के साथ राजनीति की शुरुआत की। 1970 के लगभग वामपंथी दल के टिकट से विधानसभा का चुनाव लड़ा । मगर सफलता नहीं मिली इस समय रामस्वरूप वर्मा और पूर्वांचल के गांधी कहे जाने वाले जय राम वर्मा के द्वारा गठित भारतीय क्रांति दल के टिकट पर 1974 में विधानसभा का चुनाव लड़ा इस बार विधानसभा चुनाव विजयश्री का ताज सिर पर बंधा। यहीं से उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई। उस समय कांग्रेस में शामिल होकर राज्य मंत्री का पद लेकर बीकापुर विधानसभा के विकास का जो खाका खींचा वह उन्हीं के नाम से विकास हुआ। बीकापुर एक ऐसी विधानसभा थी इसके उत्तर में भी तमसा नदी और दक्षिण में बिसुही नदी पड़ती है । जिसमें दलित पिछड़ों की आबादी निवास करती थी उनकी आवाज को विधानसभा में बुलंद किया और बीकापुर क्षेत्र में पुलों का जाल बिछाया। काफी लोगों को राजनीतिक क्षेत्र में भी आगे बढ़ाया और उनके द्वारा क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछाया गया। आज तक अगर कोई कुछ नया काम करता है तो उनके बनाए गए मार्गों और रास्तों पर निर्माण कार्यों को करता है। वह कांग्रेस पार्टी में 1996 तक रहे बाद समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। समाजवादी पार्टी की जब सरकार बनी तो उसमें भी राज्य मंत्री के रूप में प्रतिनिधित्व किया। विधानसभा का चुनाव 1974 1980 1985 1996। उत्तर प्रदेश के पांच मुख्यमंत्री के साथ कार्य करने का अनुभव रहा है जिनमें वीर बहादुर सिंह श्रीपति मिश्रा विश्वनाथ प्रताप सिंह नारायण दत्त तिवारी और मुलायम सिंह यादव के साथ उनके मंत्री परिषद के सदस्य रहे। पिछड़ों के लिए गठित उत्तर प्रदेश सरकार साथी छेदीलाल आयोग के भी सदस्य रहे। बीकापुर तहसील में पेशे से अधिवक्ता पूर्व जिला पंचायत सदस्य व उनके प्रतिनिधि रहे आशाराम निषाद एडवोकेट ने उनको याद करते हुए बताया की वे सर्व समाज गरीब किसान मजदूर छात्र नौजवान के हितों की बारे में हमेशा चिंतित रहते थे और निषादों के विकास के लिए नदी, तालाबों,पोखरों का पट्टा व्यापार सरकार से काफी प्रयास कराया था ।और चर्चा किया करते रहते थे कोई ऐसी योजना नहीं थी जो सरकार द्वारा चलाई गई हो वह बीकापुर विधानसभा में ना आई हो। अपने राजनीतिक जीवन में विभिन्न दलों में जाकर भी सभी दलों के नेताओं से अच्छे ताल्लुक़ात रहे।वह एक व्योहार कुशल रानीतिक व्यक्तित्व के सथा ,साथ एक कुशल सामाजिक विचारक थे।
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