
कानपुर, 11 जून 2025 (बुधवार) –
उत्तर भारत में पड़ रही भीषण गर्मी और हीट वेव के खतरे को देखते हुए, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA), कानपुर शाखा द्वारा आज अपराह्न 4:00 बजे, IMA भवन (सेवा मंदिर), 37/7, परेड कानपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। इस प्रेस वार्ता का उद्देश्य आम नागरिकों को हीट वेव से बचाव के उपायों के प्रति सचेत और जागरूक करना था।
प्रेस वार्ता को IMA कानपुर के कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ. आशीष शाह, सचिव डॉ. विकास मिश्रा, उपाध्यक्ष प्रभारी (वैज्ञानिक समिति) डॉ. कुणाल सहाय, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. शालिनी मोहन (जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज), और वरिष्ठ मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुराग मेहरोत्रा ने संयुक्त रूप से संबोधित किया।
हीट वेव: स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर चुनौती
डॉ. आशीष शाह ने कहा कि मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में तापमान अत्यधिक रहने की संभावना है, जो नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है।
डॉ. कुणाल सहाय ने बताया कि हीट वेव यानी अत्यधिक गर्मी की स्थिति शरीर को सीधे प्रभावित करती है और इससे हीट स्ट्रोक जैसी गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जो एक मेडिकल इमरजेंसी है।
हीट स्ट्रोक के लक्षण (डॉ. अनुराग मेहरोत्रा द्वारा):
- अत्यधिक पसीना आना या अचानक पसीना बंद हो जाना
- शरीर का तापमान 40°C या उससे अधिक
- चक्कर आना या बेहोशी
- सिरदर्द और उल्टी
- लाल व सूखी त्वचा
- दिल की धड़कन तेज़ होना
आंखों पर प्रभाव (डॉ. शालिनी मोहन द्वारा):
कंजेक्टिवाइटिस और यूवी किरणों से फोटोकैराटाइटिस
शरीर में पानी की कमी से ड्राई आई की समस्या
आंखों में जलन व संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है
बचाव के उपाय (डॉ. विकास मिश्रा द्वारा):
- दोपहर 12 से 4 बजे तक बाहर न निकलें
- पानी, नींबू पानी, छाछ, नारियल पानी भरपूर मात्रा में लें
- हल्के, ढीले व सूती वस्त्र पहनें
- धूप में छाता, टोपी या गमछा अवश्य ले
- बुजुर्गों, बच्चों व गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखें
- कार या खुले स्थानों में बच्चों व पालतू जानवरों को अकेला न छोड़ें
- लू लगने पर ठंडी जगह पहुंचाएं और प्राथमिक उपचार करें
डॉ. विकास मिश्रा ने अंत में सभी नागरिकों से अपील की कि वे गर्मी से बचने के उपायों को अपनाएं और आवश्यकता न हो तो धूप में बाहर न निकलें।