कश्यप सन्देश

13 September 2024

ट्रेंडिंग

प्रथम संन्यासी सांसद: स्वामी ब्रह्मानंद लोधी के पुण्य-तिथि पर श्रद्धांजलि: कश्यप संदेश परिवार
पत्रकार पंकज कश्यप को जान से मारने की धमकी: लोकतंत्र में कलम की आवाज़ को दबाने का प्रयास
बाबा मोती राम मेहरा: सेवा और बलिदान की अद्वितीय मिसाल:मुकेश कश्यप की कलम से
निषाद संस्कृति का विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम: बृज मोहन स्वामी की कलम से
पूर्वांचल राज्य की स्थापना: केवट रामधनी बिंद,राष्ट्रीय अध्यक्ष,भाारतीय मानव समाज पार्टी
निषादों के वंशज राजा उत्तानपाद का पुत्र महान हरि भक्त ध्रुव: ए. के. चौधरी की कलम से

बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर श्रीलंका में वेसाक उत्सव मनाया जा रहा है

श्रीलंका में बुद्ध पूर्णिमा के महत्वपूर्ण अवसर पर वेसाक उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह उत्सव बौद्ध धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे बुद्ध के जन्म, बोध, और महापरिनिर्वाण के स्मरण में मनाया जाता है। वेसाक पूर्णिमा के अवसर पर श्रीलंका के बौद्ध देवालयों में धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-अर्चना, ध्यान, और दान-धर्म की प्रथाएं सम्पन्न होती हैं।

वेसाक उत्सव के दिन लोग बौद्ध मंदिरों में जाकर बुद्ध के मूर्ति को अभिषेक करते हैं और धर्मिक प्रसाद बांटते हैं। इस अवसर पर धर्मिक भावनाओं के साथ-साथ सामाजिक एकता भी दिखाई जाती है, जहां लोग अपने समूहों के साथ मिलकर उत्सव का आनंद उठाते हैं।

वेसाक के पर्व के दौरान श्रीलंका के कई शहरों में पर्वदीपों का आयोजन किया जाता है, जो रात के समय दीपों की रोशनी में सजते हैं और उत्सव की चमक बढ़ाते हैं। यहां तक ​​कि स्थानीय बाजारों में भी विशेष बाजार लगाए जाते हैं, जहां लोग विभिन्न वस्त्र, पूजनीय सामग्री, और खास खाद्य-विशेष प्राप्त कर सकते हैं।

श्रीलंका में वेसाक उत्सव एक धार्मिकता और सामाजिक समृद्धि का पर्व है, जो लोगों को साथ मिलकर खुशहाली और सामूहिक उत्सव का आनंद लेने का अवसर प्रदान करता है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top