कश्यप सन्देश

13 November 2024

ट्रेंडिंग

गाँव-गाँव शिक्षा जागरूकता की जिम्मेदारी सभी सामाजिक लोगों को निभानी होगी : श्यामलाल निषाद
जलाचंल प्रगति पथ ने दिलाई नशामुक्ति की शपथ
महर्षि वेदव्यास: त्रेता से कलियुग तक का अनमोल योगदान : रामसेवक निषाद की कलम से
लालच बुरी बला है : कवि रामसिंह कश्यप 'राम' की कलम से
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की मासिक समीक्षा बैठक कलेनापुर में सम्पन्न
जलाचंल प्रगति पथ ने इको-फ्रेंडली तरीके से मनाई दीपावली, बच्चों के बीच शिक्षा और जागरूकता का संदेश

गोंड

मल्लाह जाति: अपराधी जनजातियों का कलंक और पहचान की तलाश: मनोज कुमार मछवारा की कलम से

मल्लाह जाति: अपराधी जनजातियों का कलंक और पहचान की तलाश: मनोज कुमार मछवारा की कलम से

मल्लाह जाति का इतिहास एक संघर्ष और अस्तित्व की कहानी है। प्रोफेसर हेनरी श्वार्ज़ के अनुसार, भारतीय समाज में यह धारणा गहराई से जमी हुई थी कि अपराध वंशानुगत होता है, और इस आधार पर मल्लाह जैसी जातियों को अपराधी मानकर उनके पूरे समुदाय को दोषी ठहराया जाता था। 1772 में वॉरेन हेस्टिंग्स के कार्यकाल […]

मल्लाह जाति: अपराधी जनजातियों का कलंक और पहचान की तलाश: मनोज कुमार मछवारा की कलम से Read More »

ब्लॉग, , , , , , , , , , , , , ,
गोंडी या गोंड साम्राज्य का इतिहास :पूर्व इंजीनियर रामवृक्ष की कलम से

गोंडी या गोंड साम्राज्य का इतिहास :पूर्व इंजीनियर रामवृक्ष की कलम से

गोंडी या गोंड जातिके लोग पहले जो खुद को कोइतुर कहते थे,भारत में बहुत पहले से रहते आ रहे हैं, उनकी मूल भाषा गोंडी, द्रविड़ परिवार से संबंधित है, वे मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, बिहार और उड़ीसा अधिराज्यों में फैले हुए हैं,वे भारत की आरक्षण प्रणाली के उद्देश्य से अनुसूचित

गोंडी या गोंड साम्राज्य का इतिहास :पूर्व इंजीनियर रामवृक्ष की कलम से Read More »

ब्लॉग, , , ,
Scroll to Top