राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हाल ही में हुए पेपर लीक की घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार इस मामले की पूरी जांच करेगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे कड़ी सजा दी जाएगी।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि शिक्षा प्रणाली की सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता है। पेपर लीक जैसी घटनाएं न केवल छात्रों के भविष्य को खतरे में डालती हैं, बल्कि शिक्षा प्रणाली की साख को भी प्रभावित करती हैं। ऐसे मामलों में संलिप्त व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
सरकार ने पहले ही इस मुद्दे पर एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर दिया है, जो पेपर लीक की घटनाओं की जांच करेगा और दोषियों की पहचान करेगा। जांच दल में साइबर विशेषज्ञ, शिक्षा विभाग के अधिकारी और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
राष्ट्रपति मुर्मू ने छात्रों और उनके अभिभावकों से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और जांच प्रक्रिया में सहयोग करें। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार छात्रों के हितों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगी और सुनिश्चित करेगी कि दोषियों को न्यायिक प्रक्रिया के तहत सजा मिले।
इस बीच, शिक्षा मंत्रालय ने सभी परीक्षा बोर्डों को निर्देश दिया है कि वे परीक्षा प्रक्रिया की सुरक्षा को और मजबूत करें और ऐसी घटनाओं से बचने के लिए तकनीकी उपायों को अपनाएं।
सरकार की इस सख्त पहल से उम्मीद की जा रही है कि पेपर लीक जैसी घटनाओं पर प्रभावी रूप से अंकुश लगेगा और छात्रों का विश्वास बहाल होगा।