कश्यप सन्देश

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10 September 2024

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बड़े धूमधाम से मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस भारतीय गोंड समुदाय कल्याण समिति उत्तर प्रदेश द्वारा।

कानपुर नवाबगंज क्षेत्र स्थित अंजलि पार्टी लॉन मैं भारतीय गोंड समुदाय कल्याण समिति उत्तर प्रदेश, सर्व आदिवासी समुदाय संयुक्त मोर्चा एवं अखिल भारतवर्षीय गोंड महासभा के संयुक्त तत्वाधान में आज दिनांकः 09 अगस्त 2024 को विश्व आदिवासी दिवस समारोह मुख्य अतिथि कानपुर नगर पूर्व मेयर प्रत्याशी श्रीमती अर्चना निषाद में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ बड़ा देव, “धरती आबा” बिरसामुण्डा, महारानी दुर्गावती, बाबासाहेब डॉ० भीम राव अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ।

कार्यक्रम के आयोजन के कारणों पर प्रकाश डालते हुए भारतीय गोंड समुदाय कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री दशरथ प्रसाद गोंड ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा दिनांकः 23 सितम्बर 1994 को संकल्प संख्या 49/214 द्वारा 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया गया, तभी से विश्व के सभी देशों में आदिवासी समाज इस दिवस को समारोह के रूप में मनाता है। भारत के सभी प्रान्तों में हर जगह आदिवासी समाज द्वारा यह समारोह मनाया जा रहा है।

भारत सरकार द्वारा यद्यपि जनजातियों के कल्याण के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाओं को संचालित किया जा रहा है किन्तु उसका लाभ आदिवासी समाज को नहीं मिल पा रहा है। आदिवासी समाज “जल जंगल जमीन” पर आश्रित समाज है। आदिवासियों के हक पर अन्य जातियों के लोगों ने कब्जा कर लिया है। बदलते सामाजिक परिवेष में आदिवासी समाज के लोग अलग-अलग व्यवसाय करने लगे हैं, उनके व्यवसाय को ही उनकी जाति मानकर प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्हें अनु० जाति/अनु० जनजाति की सुविधा से वंचित किया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश में आदिवासी जनजाति गोंड एवं उसकी पर्याय / उपजाति धुरिया, नायक, ओझा, पठारी, राजगोंड 17 जिलों में अनुसूचित जनजाति तथा शेष उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति की सूची में है। इस भेद को समाप्त करते हुए सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में गोंड जाति को अनुसूचित जनजाति की सूची में रखे जाने की माँग की गई है। जिलों में सक्षम अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा गोंड जाति के सदस्यों को अनु० जाति/अनु० जनजाति का जाति प्रमाण पत्र जारी करने, सुविधायें देने एवं सत्यापन करने में आपत्ति लगा कर सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है, जिससे समाज में भारी रोष व्याप्त हो रहा है। इस समस्या का अविलम्ब निराकरण करने की माँग की गई है। समारोह में श्री दशरथ प्रसाद गोंड जी, श्री मुन्नालाल गोंड जी, श्री कोमल सिंह जी, श्री श्रीकान्त गोंड जी, श्री अक्षयबर गोंड जी, श्री राजकुमार गोंड जी, श्री राम नारायण निषाद जी, श्री राजू कश्यप जी. श्री कौशल वाल्मिकी जी, श्री राहुल पैंथर जी, एडवोकेट श्री विनोद पाल जी, श्री दीनानाथ गोंड जी. श्री स्वामीनाथ गोंड जी, डॉ० चन्द्रभूषण गोंड जी, श्री उमेश गोंड जी, श्रीमती रेखा गोंड जी, श्री शिवानंद गोंड जी. श्री राम गोपाल गॉड जी. श्री शेखर कुमार गोंड जी, श्री अशोक कुमार गोंड जी. श्री संदीप कुमार जी, श्री छांगुर राम गोंड जी एवं श्री महेश कुमार गोंड जी, श्री रामजी निषाद जी, मनोज निषाद एक चौधरी नंदलाल गौड़ मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

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