आज लखनऊ दिनांक 23 फरवरी 2025 को इको गार्डन, पुरानी जेल रोड लखनऊ में अति पिछड़ा समाज महासभा उ०प्र० के तत्वाधान में अति पिछड़ी जातियों कलार, तेली, तमोली, कहार निषाद, नाई, कुम्हार, गड़रिया, बढ़ई, लोहार, मौर्य, कुशवाहा, कानू कसौधन, रौनियार आदि की समस्याओं के निराकरण के लिए 20 सूत्रीय ज्ञापन एवं धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। पिछड़े समाज की समस्याओं का ज्ञापन में मुख्य बिंदु में जस्टिस राघवेन्द्र सिंह आयोग (उ.प्र. सरकार) एवं जस्टिस रोहिणी आयोग (केन्द्र सरकार) की रिपोर्ट लागू करना, एस०सी० एस०टी० का वर्गीकरण, कहार आदि सहित वंचित समाज की जातियों को अनुसूचित जाति में सम्मिलित करने एवं सरकारी उपक्रमों का निजीकरण बन्द करने तथा निजी क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति का आरक्षण दिये जाने हेतु ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति सहित माननीय मुख्यमंत्री उ०प्र० सरकार, राज्यपाल उ०प्र० आदि को अध्यक्ष श्रीकांत गुप्त साहू जी द्वारा सौंपा गया। आजादी के 77 साल बाद भी इन जातियों की स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। इन्हीं कारणों से उचित राजनैतिक भागी दारी नही प्राप्त हो रही है। डॉ. छेदी लाल साथी रिपोर्ट का जिक्र कर कहा यदि ये रिपोर्ट लागू हो जाती तो अति पिछड़े समाज का काया कल्प हो जाता परंतु ऐसा नहीं हुआ। इस अवसर पर सभी अति पिछड़ी जातियों के प्रतिनिधि, डॉ० वरदानी प्रजापति, चुन्नीलाल प्रजापति, सतीश कुमार कश्यप, अमृतलाल साहू, मिथलेश कुमार सविता, अशोक कुमार राठौर, जे०डी० मंसूरी, राजकुमार चौरसिया, बद्री प्रसाद विश्वकर्मा, सभाजीत गौड़, ओ.पी. रावत, देवेन्द्र कुमार पाल, राजीव रतन कश्यप, सत्यनाम निषाद आदि उपस्थित रहे।