

ए के चौधरी बिहार प्रमुख कश्यप सन्देश
पटना,5 मई 2025 — बिहार निषाद संघ के प्रदेश कार्यालय, पुनाईचक पटना में आज प्रदेश कोर कमेटी की बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए संघ के प्रदेश अध्यक्ष ई. हरेंद्र प्रसाद निषाद ने घोषणा की कि 14 जून 2025 (शनिवार) को प्रातः 11 बजे से अपराह्न 4 बजे तक रवींद्र भवन, पटना में राज्य स्तरीय एक दिवसीय निषाद जागरूकता महासम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।
यह सम्मेलन निषाद समाज की नौ सूत्रीय प्रमुख मांगों को लेकर आयोजित किया जा रहा है, जिसमें सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अधिकारों की पुकार प्रमुख रूप से शामिल है।
प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
- परंपरागत मछुआ जातियों की सूची शीघ्र प्रकाशित की जाए।
- हर जिले में प्रतिवर्ष 1000 मछुआ आवासों का निर्माण कराया जाए।
- जलकरों पर से अवैध अतिक्रमण हटाया जाए।
- प्रत्येक प्रखंड एवं शहर में फिश मार्केट की स्थापना हो।
- बिहार राज्य मछुआरा आयोग का पुनर्गठन शीघ्र किया जाए।
- निषाद मछुआरों को नाव-जाल निःशुल्क प्रदान किया जाए।
- निषाद गोताखोरों की नियमित नियुक्ति हो।
- भूमिहीन निषादों को दियारा की खेती योग्य गैरमजरूआ जमीन की बंदोबस्ती दी जाए।
- बालू खनन में निषाद समाज के लिए कोटा निर्धारित किया जाए।
संघ के कार्यकारी प्रधान महासचिव धीरेन्द्र निषाद एवं प्रदेश उपाध्यक्ष लाल बहादुर विंद ने कहा कि ये मांगें निषाद समाज के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए आवश्यक हैं।
प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्णा देवी व मदन प्रसाद सिंह ने निषाद समाज को उसकी 10% जनसंख्या के अनुपात में राजनीतिक भागीदारी देने की मांग की।
महासचिव मनोज कुमार ने कहा कि यदि प्रमुख राजनीतिक दलों ने निषाद समाज की भागीदारी सुनिश्चित नहीं की, तो बिहार निषाद संघ 130 से अधिक निषाद बहुल सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगा।
बैठक में कई प्रमुख नेताओं ने भाग लिया जिनमें अखिलेश चौधरी, केदार सिंह, पप्पू कुमार सहनी, डॉ. सतीश कुमार विंद, शंकर चौधरी, राजेश कुमार, अरुण महतो, व्यास निषाद, अभिमन्यु निषाद, राजीव कुमार विंद, अरुण चौधरी, सरस्वती देवी और अजय निषाद विंद शामिल रहे।
बैठक में सरस्वती देवी को प्रदेश सचिव तथा अरुण महतो को प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया