कश्यप सन्देश

30 April 2025

ट्रेंडिंग

पटना में 14 जून को राज्य स्तरीय निषाद जागरूकता महासम्मेलन, नौ सूत्रीय मांगों को लेकर होगा आयोजन
फूलन देवी की हत्या की CBI जांच की मांग को लेकर गृह मंत्री को भेजा गया पत्र
शेर सिंह राणा की खुली आज़ादी पर बिहार निषाद संघ का फूटा ग़ुस्सा: फुलन देवी हत्याकांड पर उठी फांसी की मांग
जबलपुर में निषादराज जयंती पर ग्वारीघाट में भव्य आयोजन

निषाद कुमार: विजय की एक नई गाथा: मुकेश कश्यप की कलम से 

उड़ान थी आसमान की, पर पंख नहीं थे साथ,
फिर भी बढ़ा वो निडर, नहीं मानी कभी मात।
सपनों को जो बुनते हैं, उनका हौसला होता अडिग,
निषाद कुमार ने दिखाया, कैसे होता है दिल से बड़ा जग।

हर कदम पे कांटे थे, पर राहों से नहीं डिगा,
चुनौतियों को मात दी, और ऊँचाइयों तक जा टिका।
पैरालिंपिक्स की पवित्र भूमि पर, उसने रचा इतिहास,
रजत की चमक में बसा, उसका हर एक प्रयास।

मेहनत की उसने मूरत, संकल्प की रखी नींव,
हर छलांग में गूंजा, उसका हौसला, उसकी तासीर।
निशाद, तेरा नाम अब, हर दिल में बसा रहेगा,
तेरी इस कहानी से, हर युवा आगे बढ़ेगा।

जीवन के इस खेल में, तू बना जीत का प्रतीक,
तेरे जैसे वीर से, होता है देश का भाग्य रचीक।
चलता जा यूं ही आगे, दुनिया को दिखा दे फिर,
कि जब हौसले हो बुलंद, तो हर सपना सच हो, एक दिन।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top