
ए. के. चौधरी, प्रमुख, कश्यप सन्देश, बिहार
पटना। बिहार निषाद संघ द्वारा आगामी 14 जून 2025 (शनिवार) को रविंद्र भवन, पटना में एक दिवसीय राज्य स्तरीय निषाद जागरूकता महासम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी संघ के प्रदेश कार्यालय पुनाईचक में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दी गई। कार्यक्रम सुबह 11 बजे से अपराह्न 4 बजे तक चलेगा।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष ई. हरेन्द्र प्रसाद निषाद ने बताया कि महासम्मेलन का उद्देश्य निषाद समाज की लंबित नौ सूत्रीय मांगों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करना है। इन मांगों में परंपरागत मछुआ जातियों की सूची का प्रकाशन, प्रत्येक जिले में 1000 मछुआ आवास का निर्माण, जलकरों से अतिक्रमण हटाना, फिश मार्केट की स्थापना, राज्य मछुआरा आयोग का पुनर्गठन, नाव-जाल की निःशुल्क उपलब्धता, गोताखोरों की नियमित नियुक्ति, खेती योग्य जमीन की बंदोबस्ती एवं बालू खनन में निषादों का कोटा शामिल हैं।
कार्यकारी प्रधान महासचिव धीरेन्द्र निषाद और प्रदेश उपाध्यक्ष लाल बहादुर विंद ने कहा कि निषाद समाज रोजगार और राजनीतिक हिस्सेदारी दोनों में उपेक्षित है। कृष्णा देव निषाद और जीबोधन निषाद ने निषादों की 10% आबादी के अनुपात में राजनीतिक भागीदारी की मांग की। महासचिव मनोज कुमार और विजय सहनी ने चेतावनी दी कि अगर राजनीतिक दल निषाद समाज को नजरअंदाज करते हैं, तो बिहार निषाद संघ अपने उम्मीदवार उतारेगा।
महानगर अध्यक्ष जयराज निषाद ने महासम्मेलन में अधिक से अधिक संख्या में भागीदारी की अपील की।