

कानपुर, 24 जून 2025:
उत्तर प्रदेश कर्मचारी-शिक्षक संयुक्त मोर्चा के आवाहन पर आज पूरे प्रदेश में राज्य कर्मचारियों, शिक्षकों, निकाय, स्वास्थ्य एवं परिवहन विभाग के कर्मचारियों ने एकजुट होकर 12 सूत्रीय मांगों को लेकर सत्याग्रह व भूख हड़ताल का आयोजन किया। कानपुर में यह आंदोलन चुन्नीगंज बस अड्डे पर दोपहर 12 बजे प्रारंभ हुआ, जहाँ कर्मचारियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन सौंपा।
मुख्य मांगें इस प्रकार हैं:
पुरानी पेंशन योजना की बहाली
आउटसोर्सिंग, संविदा, दैनिक वेतनभोगी, वर्कचार्ज कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित करते हुए विनियमितीकरण की नीति लागू करना
सरकारी संस्थानों में निजीकरण की प्रक्रिया पर रोक
राष्ट्रीय वेतन आयोग की स्थाई समिति का गठन
कोविड अवधि (1 जनवरी 2020 से 31 जुलाई 2021) के फ्रीज किए गए मंहगाई भत्ते के एरियर का भुगतान
परिवार नियोजन भत्ता, CCA सहित बंद भत्तों की बहाली
निकाय और विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों को राज्य कर्मचारियों जैसी सुविधाएं
राजकीय निगमों के कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग का लाभ
रोडवेज कर्मचारियों की मांगों पर अमल और वेतन विसंगतियों का समाधान
मृतक आश्रितों की नियुक्ति और रिक्त पदों पर शीघ्र भर्ती
सभी कर्मचारियों के लिए कैशलेस चिकित्सा सुविधा
नवसृजित जिला व महिला चिकित्सालयों का उच्चीकरण और कर्मचारियों को मूल विभागों में समायोजित करना
शिक्षकों और प्रधानाचार्यों का विनियमितीकरण एवं सेवानिवृत्ति पर 300 दिन के अवकाश का नगदीकरण
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की सीधी भर्ती बहाल करना
प्रमुख उपस्थित लोग:
इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष रमाकांत मिश्र, मंडल संयोजक अरविंद कुमार कुरील, जिला मंत्री राजेंद्र पटेल, आशीष दीक्षित, मुन्ना हजारियों, नीलू निगम, जेपी सिंह गुर्जर, सुरेंद्र सिंह सेंगर, देवीदीन भाऊ, नरेंद्र खन्ना, यूसुफ अली, गोपाल चौधरी, राजू पवन, पंकज शुक्ला, भूपेंद्र सिंह, अभिषेक यादव, अक्षय कुमार गोंड, संपजेन्द्र पाल, देवेंद्र प्रसाद, विजय भूषण गोंड, और दिनेश यादव सहित अनेक कर्मचारी प्रतिनिधि मौजूद रहे।
मोर्चा ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर सरकार जल्द सुनवाई नहीं करती है, तो राज्यव्यापी आंदोलन को और तेज किया जाएगा।