आगरा की पवित्र धरती पर निषाद कश्यप समाज का सदियों पुराना ईटौरा देवी का मेला 11 और 12 सितंबर को आयोजित होगा। यह मेला हिंदू नववर्ष के कैलेंडर के अनुसार चैत्र और भादो की सप्तमी, अष्टमी और नवमी को लगता है। इस मेले में समाज के लोग अपने विवाह योग्य बच्चों के रिश्ते तय करते आ रहे हैं, जिससे यह मेला समाज की एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक धरोहर बन गया है।
संरक्षक श्री रमेश चंद्र मास्टर, अध्यक्ष श्री विजेंद्र सिंह, और महामंत्री श्री रामवीर सिंह ने समाज के सभी सदस्यों से अनुरोध किया है कि वे इस ऐतिहासिक मेले में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं और इसे सफल बनाएं। मेले में आकर, न केवल पारिवारिक रिश्ते तय होते हैं, बल्कि समाज के लोग एक-दूसरे से जुड़ते हैं और अपनी सांस्कृतिक जड़ों को और मजबूत करते हैं।
ईटौरा देवी का मेला निषाद कश्यप समाज के लिए गर्व और सम्मान का प्रतीक है। यह न केवल हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करता है, बल्कि समाज की एकता और सहयोग को भी प्रोत्साहित करता है। आयोजकों का मानना है कि इस मेले में शामिल होकर समाज के लोग अपने गौरवशाली इतिहास को सम्मानित करते हैं और आने वाली पीढ़ियों को अपनी परंपराओं से अवगत कराते हैं।
समाज के सभी सदस्यों से आग्रह है कि वे इस मेले में अवश्य आएं ।