कश्यप सन्देश

15 October 2025

ट्रेंडिंग

ब्लॉग

ताज़ा ख़बरें, रोचक लेख, और उत्थानकारी कहानियाँ – हिंदी ब्लॉग श्रेणी में समाचार का सबसे नया अपडेट पाएं। अब जुड़ें और रहें विश्व की अहम घटनाओं से अपडेट।

विचार दर्शन: महारास: परमात्मा से मिलन की स्थिति: राम सिंह कश्यप ‘राम’ की कलम से

विचार दर्शन: महारास: परमात्मा से मिलन की स्थिति: राम सिंह कश्यप ‘राम’ की कलम से

प्रकृति, पुरुष और परमात्मा—ये तीनों जब परस्पर एकाकार होकर महारास (जल) का रूप धारण करते हैं, तब जीवन की सभी विरोधाभासी भावनाएँ, जैसे जड़ता और चेतनता, अमरता और मरता, तरलता और सरलता, सघनता और विरलता, अमलता और विमलता, सब लोप हो जाती हैं। यह वही क्षण होता है जब विविधताएं अपनी शुद्ध बुद्धि खोकर भिन्न […]

विचार दर्शन: महारास: परमात्मा से मिलन की स्थिति: राम सिंह कश्यप ‘राम’ की कलम से Read More »

ब्लॉग, ,
कहार की कहानी: भाग -1 :मुकेश कश्यप की कलम से

कहार की कहानी: भाग -1 :मुकेश कश्यप की कलम से

कहार एक प्राचीन जनजाति है जिसका उल्लेख संस्कृत में “स्कंध-कर” के रूप में होता है, जिसका अर्थ है “वह जो कंधे पर बोझ उठाता है”। यह जनजाति विभिन्न प्रकार के व्यवसायों में संलग्न रहती है, जिसमें विशेष रूप से पानी के नट जैसे सिंघाड़े की खेती, मछली पकड़ना, पालकी उठाना, और घरेलू सेवाएं शामिल हैं।

कहार की कहानी: भाग -1 :मुकेश कश्यप की कलम से Read More »

ब्लॉग, , , , , , , , , , , , , , , , , , ,
प्रेम बंसी बजाओ कन्हैया: राम सिंह कश्यप 'राम' की कलम से

प्रेम बंसी बजाओ कन्हैया: राम सिंह कश्यप ‘राम’ की कलम से

फिर वो गीता सुनाओ कन्हैया, जिससे जग मोह निद्रा से जागे । प्रेम बंसी बजाओ सुरीली, गोपियां बनके संसार भागे। पंच तत्वों के तुम प्राण बनके, इंद्रिय रूपी गौवें चराते ।मन की माया का भाखन चुराते,कृष्ण गोपाल गोविंद कहाते। साथ छूटे न मोहन मुरारी,प्रीति ऐसी अमिट तुमसे लागे,फिर वो गीता सुनाओ कन्हैया, जिससे जग मोह

प्रेम बंसी बजाओ कन्हैया: राम सिंह कश्यप ‘राम’ की कलम से Read More »

ब्लॉग, ,
हल षष्ठी की पूजा अर्थात बलदेव की पूजा का महत्व: मनोज कुमार मछवारा की कलम से

हल षष्ठी की पूजा अर्थात बलदेव की पूजा का महत्व: मनोज कुमार मछवारा की कलम से

भारतीय संस्कृति में हल षष्ठी की पूजा का विशेष महत्व है। इसे बलदेव की पूजा के रूप में भी जाना जाता है। यह पर्व विशेषकर माताओं के लिए महत्वपूर्ण होता है, जो अपने बच्चों की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए यह व्रत करती हैं। हल षष्ठी का पर्व श्रावण मास के कृष्ण पक्ष

हल षष्ठी की पूजा अर्थात बलदेव की पूजा का महत्व: मनोज कुमार मछवारा की कलम से Read More »

ब्लॉग, ,
भारत में मंदिरों की कमाई :सुखलाल निषाद की कलम से

भारत में मंदिरों की कमाई :सुखलाल निषाद की कलम से

कानपुर श्री सुखलाल निषाद जी द्वारा लिखित लेख में भारत में पाए जाने वाले मंदिर एवं तीर्थ स्थलों पर चढ़ने के रूप में एक मोटी रकम इकट्ठा होती है परंतु इस रकम का लेखा-जोखा क्या है किस काम में उपयोग में लाया जाता है इस पर भी सरकार से मंदिर के महंत वह मठाधीशों से

भारत में मंदिरों की कमाई :सुखलाल निषाद की कलम से Read More »

ब्लॉग, ,
गोंडी या गोंड साम्राज्य का इतिहास :पूर्व इंजीनियर रामवृक्ष की कलम से

गोंडी या गोंड साम्राज्य का इतिहास :पूर्व इंजीनियर रामवृक्ष की कलम से

गोंडी या गोंड जातिके लोग पहले जो खुद को कोइतुर कहते थे,भारत में बहुत पहले से रहते आ रहे हैं, उनकी मूल भाषा गोंडी, द्रविड़ परिवार से संबंधित है, वे मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, बिहार और उड़ीसा अधिराज्यों में फैले हुए हैं,वे भारत की आरक्षण प्रणाली के उद्देश्य से अनुसूचित

गोंडी या गोंड साम्राज्य का इतिहास :पूर्व इंजीनियर रामवृक्ष की कलम से Read More »

ब्लॉग, , , ,
निषादों का गौरव: महर्षि वेदव्यास : ए. के. चौधरी की कलम से

निषादों का गौरव: महर्षि वेदव्यास : ए. के. चौधरी की कलम से

पौराणिक कथाओं के अनुसार, महर्षि वेदव्यास का जन्म निषाद कुल में हुआ था, जो उनके महान व्यक्तित्व और कृतित्व को और भी गरिमा प्रदान करता है। महर्षि वेदव्यास की माता सत्यवती निषाद कन्या थीं, और उनके पिता महर्षि पराशर थे। इस तरह महर्षि वेदव्यास का जीवन और कृतित्व न केवल निषादों के लिए गर्व का

निषादों का गौरव: महर्षि वेदव्यास : ए. के. चौधरी की कलम से Read More »

ब्लॉग, , , , , , , , , ,
निषादों का गौरव: राजा हिरण्यकश्यप :ए. के. चौधरी की कलम से

निषादों का गौरव: राजा हिरण्यकश्यप :ए. के. चौधरी की कलम से

सतयुग में हिरण्यकश्यप नामक एक अती पराक्रमी और शक्तिशाली दैत्य राजा का जन्म हुआ था। उसका जन्म महर्षि कश्यप और दिति के कुल में हुआ था। हिरण्यकश्यप को भगवान ब्रह्मा से एक विचित्र वरदान प्राप्त हुआ था, जिसके कारण उसे अमरता का आभास हो गया था। इस वरदान की वजह से स्वयं नारायण को मृत्यु

निषादों का गौरव: राजा हिरण्यकश्यप :ए. के. चौधरी की कलम से Read More »

ब्लॉग, , , ,
जन्माष्टमी: भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का महत्व : ए. के. चौधरी की कलम से

जन्माष्टमी: भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का महत्व : ए. के. चौधरी की कलम से

जन्माष्टमी, भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे सनातन धर्म में विशेष स्थान प्राप्त है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, द्वापर युग के अंत में भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को, जब रोहिणी नक्षत्र का संयोग हुआ, तब भगवान विष्णु ने अपने 10 अवतारों में

जन्माष्टमी: भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का महत्व : ए. के. चौधरी की कलम से Read More »

ब्लॉग, , ,
जुब्बा सहनी: अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ बलिदान की अनकही दास्तान :ए. के. चौधरी की कलम से

जुब्बा सहनी: अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ बलिदान की अनकही दास्तान :ए. के. चौधरी की कलम से

भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान जुब्बा साहनी ने 16 अगस्त 1942 को मीनापुर थाने के अंग्रेज इंचार्ज लियो वालर को आग में जिंदा झोंक दिया था। बाद में पकड़े जाने पर उन्हें 11 मार्च 1944 को फांसी दे दी गयी। उनके नाम पर मुजफ्फरपुर शहर में जुब्बा साहनी खेल स्टेडियम तथा पार्क बना है जो

जुब्बा सहनी: अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ बलिदान की अनकही दास्तान :ए. के. चौधरी की कलम से Read More »

ब्लॉग, ,
Scroll to Top